सोमवार, 30 अप्रैल 2012

अपनी बातें

अपनी बातें 

कुछ बातें खट्टी-मीठी हैं 
अपनी हैं औरों की भी हैं 
जीवन को पुलकित कर जाती 
ये बातें ऐसी होती हैं ।

कुछ पल जीवन में होते हैं 
जो बिलकुल अपने होते हैं 
इनमे जब अंकुर होते हैं 
वो जीवन में सुख देते हैं ।

कुछ सपने नए-नए होते
जो देखे जाते पाने को 
पूरे हुए तो अपने हैं 
न मिल पाए बेगाने हैं ।


1 टिप्पणी:

Amit Sinha ने कहा…

Achchha prayaas hai..

I also write stories in Hindi. Pls see..

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